- टॉलरेंस किसे कहते हैं? | Tolerance kise kahate hain?
- टॉलरेंस का सूत्र
- टॉलरेंस कितने प्रकार के होते हैं?
दोस्तों, आज की इस पोस्ट में "टॉलरेंस" के बारे में बात करने वाले हैं। आखिर कार यह होता क्या है, इसको आईटीआई की मैकेनिकल ट्रेड में क्यों रखा गया है।आदि के बारे में बात करेंगे।
यह कितने प्रकार के होते हैं, इसको जॉब को बनाते समय किस तरह से यूज किया जाता है। क्या इसको प्रत्येक मैकेनिकल कारीगर इसका यूज कर सकता है। इन सभी सवालों के जवाब इसमें मिलने वाले हैं, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़कर जानकारी प्राप्त कर सकते हो।
टॉलरेंस किसे कहते हैं? | Tolerance kise kahate hain?
इसकी परिभाषा को समझाने से पहले आपको सरल शब्दों में समझा दें। उसके बाद आपको इसकी परिभाषा अच्छी तरह से समझ में आ जाएगी।
आपको वर्कशॉप में जॉब बनाने के लिए दिया गया होगा। जो कि लगभग सभी मैकेनिकल ट्रेड में प्रैक्टिकल में कराया जाता है। जब आप जॉब बनाते हो तो आपको जॉब का साइज बताया जाता होगा कि इस साइज का आपको जॉब बनाना है।
उदाहरण - जॉब साइज - 80 × 75 × 10 mm ( जहां सारी माप मिमी में हैं।)
इसका मतलब है, कि जॉब की लंबाई 80 मिमी, चौड़ाई 75 मिमी व मोटाई 10 मिमी होनी चाहिए। तब आप क्या इस साइज का जॉब बना सकते हो। लेकिन मैं बताता हूं कि आप अपने हाथों से व मशीन से भी सेम साइज के जॉब नहीं बना सकते हो क्योंकि उसमें हाथों से मिमी में व मशीन (Machine) से माइक्रोन में जॉब में कमी या बढ़ोत्तरी मिलेगी।
इसलिए आपको वर्कशॉप में जॉब बनाने से पहले सर जॉब साइज व उसमें मिमी में कुछ छूट देते होंगे। कि 80 मिमी लंबाई में जॉब कुछ मिमी कम या अधिक में Acceptable होगा।
परिभाषा - किसी जॉब की ऊपरी माप सीमा व निचली माप सीमा के अंतर को टॉलरेंस (Tolerance) कहते हैं। यह किसी जॉब की एक्युरेसी को प्रदर्शित करता है। इसको प्रदर्शित करने के लिए कोई चिन्ह उपयोग नहीं किया जाता है।
यह हमेशा धनात्मक रहती है, यह कभी भी निगेटिव नहीं रहती है। जब किसी जॉब को प्रदर्शित करने के लिए ग्राफ सिस्टम को अपनाया जाता है, तब उसको टॉलरेंस जोन कहा जाता है।
टॉलरेंस का सूत्र
इसको निकालने के लिए नीचे दिए गए सूत्र का उपयोग किया जाता है। उदाहरण केवल जॉब के एक मापन (Measurement) से लेते हैं। सर ने 50 मिमी स्क्वायर शेप का जॉब बनाने के लिए बताया है अर्थात् जिसकी लंबाई 50 मिमी व चौड़ाई 50 मिमी होनी चाहिए। तब इसमें 50 मिमी जॉब का बेसिक साइज (Basic Size) के बारे में बताया है।
उसके बाद उन्होंने उसमें कुछ छूट देदी जैसे कि जॉब न्यूनतम सीमा 49.5 मिमी और अधिकतम सीमा 50.5 मिमी दिया है।
यदि जॉब की लंबाई या चौड़ाई 49.5 से 50.5 मिमी में रहता है, तो वह रिजेक्ट नहीं किया जाएगा। अब यहां पर प्रश्न उठता है, कि बनाने के लिए दिए गए जॉब में टॉलरेंस कितनी दी गई है, तो उसको हम सूत्र के माध्यम से निकालेंगे।
टॉलरेंस = जॉब की अधिकतम सीमा - जॉब की न्यूनतम सीमा
सर के द्वारा बताए गए मान सूत्र में रखने पर, टॉलरेंस = 50.5 मिमी - 49.5 मिमी
टॉलरेंस = 1 मिमी।
अतः इससे सिद्ध होता है, कि सर के द्वारा दिए गए जॉब की टॉलरेंस 1 मिमी है, इस तरह से प्राप्त Tolerance के द्वारा की जॉब की एक्युरेसी का आकलन किया जाता है।
टॉलरेंस कितने प्रकार के होते हैं?
यह तीन प्रकार के होते हैं जिसमें से एक का नाम यूनिलेटरल दूसरे का नाम बाइलेटरल तथा तीसरे का नाम मूलभूत होता है, जिनके बारे में निम्न प्रकार से है-
यूनिलेटरल टॉलरेंस किसे कहते हैं?
जब किसी जॉब के मूल साइज/बेसिक साइज के केवल एक ओर विचलन दिया जाता है, तब उसको यूनिलेटरल टॉलरेंस (Unilateral Tolerance) कहते हैं। इसमें दूसरी ओर का विचलन जीरो रहता है।
बाइलेटरल टॉलरेंस किसे कहते हैं?
जब किसी जॉब के मूल साइज/बेसिक साइज के दोनों ओर विचलन दिया जाता है, तब उसको बाइलेटरल टॉलरेंस (Bilateral Tolerance) कहते हैं।
मूलभूत टॉलरेंस किसे कहते हैं?
इसको अंग्रेजी भाषा में 'Fundamental Tolerance' कहते हैं। इसको भारत में BIS सिस्टम के द्वारा 18 ग्रेड्स में निर्धारित किया गया है। इनका मुख्य रूप से होल व शाफ्ट (Hole & Shaft) के लिए उपयोग किया जाता है क्योंकि यह अनेकों प्रकार की फिट (Fit) देने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
यह होल व शाफ्ट दोनों के लिए समान रूप से काम करते हैं, जिसका जितना बड़ा नंबर होता है, उसकी उतनी अधिक टॉलरेंस जोन होती है। इनको IT01, IT0, IT1 …….. IT16 द्वारा प्रदर्शित किया गया है।
किसी टॉलरेंस (Tolerance) की माप को प्रदर्शित करने के लिए पहले मूल माप/बेसिक माप को लिखा जाता है, उसके बाद मूल विचलन तत्पश्चात् टॉलरेंस के ग्रेड को लिखा जाता है।
उदाहरण - 20H6, इसको देखकर ही समझ आता है, किसी किसी जॉब का मूल माप 20 है, H मूल विचलन व 6 टॉलरेंस के ग्रेड को प्रर्दशित करता है।
निष्कर्ष - इस पोस्ट के माध्यम से Tolerance की परिभाषा, सूत्र व यूनिलेटरल, बाइलेटरल, मूलभूत Tolerance के बारे में सीखा है। यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कमेंट करके बताएं और अपने दोस्तों को भी शेयर करें।