- सर्फेस प्लेट किसे कहते हैं?
- सर्फेस प्लेट कितने प्रकार की होती हैं?
- सर्फेस प्लेट को उपयोग करते समय सावधानियां
फिटर वर्कशॉप (Fitter Workshop) में जॉब बनाने के लिए सर्फेस प्लेट (Surface Plate) का भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहता है। इसके उपयोग से जॉब की सतह की समतलता को आसानी से जांच लेते हैं। यदि सतह समतल नहीं होती है, तो जॉब की सतह को समतल बनाते हैं। उसके बाद जॉब पर मार्किंग मीडिया लगाकर आगे का काम किया जाता है। दोस्तों, इस पोस्ट के माध्यम से आपको इसकी परिभाषा व प्रकार के अलावा उपयोग में लाते समय अपनाई जाने वाली सुरक्षा सावधानियों के बारे में जानकारी मिलेगी।
सर्फेस प्लेट किसे कहते हैं?
सर्फेस प्लेट (Surface Plate) को वर्कशॉप में समतल सतह मापन के लिए उपयोग किया जाता है। इसको बनाने के बाद एक लोहे की मेज पर रखकर उपयोग में लाया जाता है। यह मार्केट में विभिन्न साइजों में मिलती हैं। साधारण कामों में 50 x 50 सेमी 2 व 100 x 100 सेमी 2 व मोटाई में 2.5 सेमी से 7.5 सेमी तक साइज की उपयोग में लाई जाती है।
सर्फेस प्लेट कितने प्रकार की होती हैं?
यह मुख्यत: मैटीरियल व उपयोगिता के आधार पर दो प्रकार की होती हैं, जिसके बारे में निम्न प्रकार से है-
मैटीरियल के आधार पर
यह मैटीरियल के आधार पर तीन प्रकार की होती हैं, जो कि निम्न प्रकार से हैं-
कास्ट आयरन सर्फेस प्लेट किसे कहते हैं?
यह क्लोज्ड ग्रे कास्ट आयरन (Closed Gray Cast Iron) की बनी होती है, इसलिए इसको कास्ट आयरन की सर्फेस प्लेट कहते हैं। इसमें दो हैण्डिल लगे होते हैं, जो कि कारीगर द्वारा, इसको उठाने में आसानी होती है। यह हैण्डिल माइल्ड स्टील (Mild Steel) के बने होते हैं। सर्फेस प्लेट को एक ऊंचाई पर उठाए रखने के लिए एक फ्रेम के साथ में ही ढलाई किया जाता है। इसके ऊपरी सतह को कई ग्रेडों में फिनिश किया गया होता है, जो कि जॉब की समतल सतह की जांच करता है।
यहां पर मैं दो ग्रेडों के बारे में जानकारी देने वाला हूं, जिसमें से एक 'A' ग्रेड होता है, इस ग्रेड की सर्फेस प्लेट (Surface Plate) की एक्युरेसी 5 माइक्रोन (0.005 मिमी) होती है और दूसरा 'B' ग्रेड होता है, इस ग्रेड की एक्युरेसी 20 माइक्रोन (0.02 मिमी) होती है। सर्फेस प्लेट को बहुत अधिक ऊंचाई देने के लिए मार्किंग ऑफ टेबल (Marking off Table) का उपयोग किया जाता है।
मार्किंग ऑफ टेबल के ऊपर प्लेट को रखकर कारीगर या ट्रेनी आराम से खड़े होकर जॉब की समतलता की जांच कर सकता है। इसकी सतह के अलावा साइडों व बेस को भी मशीनिंग प्रोसेस को करके ठीक लंबवत् बनाया जाता है। इससे प्लेट की किसी भी साइड को ट्रू (True) माना जा सकता है और जॉब पर काम किया जा सकता है।
ग्रेनाइट सर्फेस प्लेट किसे कहते हैं?
जो सर्फेस प्लेट ग्रेनाइट की बनी होती है, उसे ग्रेनाइट सर्फेस प्लेट (Granite Surface Plate) कहते हैं। यह एक पत्थर होता है, जो कि मेटल की तरह नहीं पिघलता है। इसकी पिघलने की क्षमता कम होती है। इसमें कठोरता का गुण होने के साथ ही भंगुरता का गुण भी होता है। इसलिए इस पर किसी वस्तु का गिरकर टूटने का खतरा बना रहता है। इसको जरूरत के हिसाब से किसी भी साइज में काटकर आसानी से बनाया जा सकता है। इसकी ऊपर की सतह और साइडों को ग्राइण्डर (Grinder) द्वारा ग्राइण्ड करके अच्छी फिनिशिंग दी जाती है। जो कि जॉब को एक्युरेसी में जांचने के काम में लाया जाता है।
ग्लास सर्फेस प्लेट किसे कहते हैं?
यह सर्फेस प्लेट कांच की बनी होती है, इसकी एक्युरेसी सबसे अधिक होती है, इसकी एक्युरेसी 4 से 8 माइक्रोन तक होती है। यह आपको मार्केट में 50 सेमी से 900 सेमी के वर्ग व आयत के आकार में मिलेंगी। इस प्लेट पर पंचिंग का काम या मार्किंग का काम कभी भी नहीं करना चाहिए। इसको केवल समतलता को जांचने के लिए ही उपयोग में लाना चाहिए।
उपयोगिता के आधार पर
इसके आधार पर भी तीन प्रकार की होती हैं, जो कि निम्न प्रकार से हैं-
- निरीक्षण सर्फेस प्लेट - इस प्रकार की सर्फेस प्लेट का उपयोग वर्कशॉप में पार्ट्स के साइज का इंस्पेक्शन करने के लिए किया जाता है। इसको कभी-कभी उपयोग में लाया जाता है। इसलिए इसकी एक्युरेसी सबसे अधिक समय तक बनी रहती है। इसकी एक्युरेसी 2.5 माइक्रोन होती है।
- वर्कशॉप सर्फेस प्लेट - इस प्रकार की सर्फेस प्लेट का उपयोग वर्कशॉप में लगभग सभी प्रकार के कामों के लिए किया जाता है। इसकी एक्युरेसी 1 माइक्रोन से 25 माइक्रोन तक होती है।
- मास्टर सर्फेस प्लेट - इस प्रकार की सर्फेस प्लेट का उपयोग सर्फेस प्लेट बनाने वाली कंपनीज में किया जाता है। इस सर्फेस प्लेट की एक्युरेसी अन्य प्रकार की सर्फेस प्लेट से अधिक होती है। इसलिए इसका उपयोग कंपनी में अन्य सर्फेस प्लेट की एक्युरेसी को जांचने के लिए किया जाता है। यदि कोई कमी होती है तब उसको रिजेक्ट कर दिया जाता है। इसकी एक्युरेसी 0.25 माइक्रोन होती है।
सर्फेस प्लेट को उपयोग करते समय सावधानियां
- इसको उपयोग में लाते समय कभी भी इस पर गर्म जॉब नहीं रखना चाहिए।
- इसपर कभी भी अधिक ठोंकने या पीटने का काम नहीं करना चाहिए।
- जहां तक संभव हो इसपर जॉब को रखकर पंचिंग (Punching) प्रोसेस नहीं करना चाहिए।
- सर्फेस प्लेट को हमेशा साफ कपड़े से ढककर रखना चाहिए।
- इसकी सर्फेस पर तेल (Oil) लगाते रहना चाहिए। जिससे की सर्फेस या सतह पर जंग न जमे।