- स्क्रू किसे कहते हैं?
- स्क्रू किस धातु के बनाए जाते हैं?
- स्क्रू कितने प्रकार के होते हैं?
दोस्तों, आज की इस पोस्ट में स्क्रू (Screw) के बारे में बात करने वाले हैं। यह नाम लगभग सभी लोगों ने सुना होगा। यह एक अंग्रेजी शब्द है।
जिसकी स्पेलिंग 'SCREW' होती है और लगभग सभी लोगों की जीव्हा पर नाम बहुत आसानी से आ जाता है। इसको हिंदी भाषा में 'पेंच' कहते हैं। इस शब्द को बहुत कम लोग उपयोग करते हुए मिलेंगे।
इस पोस्ट के माध्यम से आपको परिभाषा और प्रकार के बारे में जानकारी मिलेगी। यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो हमारे साथ बने रहिए। आपको इसके बारे में बुक में भी मिल जाएगा। लेकिन मैंने इस पोस्ट के माध्यम से आसान-से-आसान शब्दों में समझाया है।
स्क्रू किसे कहते हैं?
यह बोल्ट की तरह दो भागों से मिलकर बना होता है, जिसमें से एक भाग का नाम शैंक (Shank) होता है जिसकी पूरी लंबाई में चूड़ियां बनी होती है और दूसरा भाग हैड (Head) होता है, यह मशीन स्क्रू व हैड स्क्रू में बंटा होता है।
मशीन स्क्रू, हैड स्क्रू की तुलना में छोटे साइज के होते हैं। यह छोटे होने के बावजूद उस स्थान पर उपयोग किए जाते हैं, जहां पर नट (Nut) को उपयोग में नहीं लाया जा सकता है।
यह एक अस्थायी बंधक की श्रेणी में आते हैं क्योंकि इनको उपयोग में लाने पर किसी भी वस्तु या प्रोडक्ट्स के दो भागों को आपस में जोड़ा जाता है और बिना की टूट-फूट के आसानी से उनको अलग भी किया जा सकता है।
क्या आपको इतनी जानकारी अच्छी लगी है, यदि हां है, तो बने रहिए और सीखते रहिए।
स्क्रू किस धातु के बनाए जाते हैं?
यह दो प्रकार की धातुओं के बनाए जाते हैं, जिसमें से एक का नाम लौह धातु, जिसमें आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और दूसरा होता है अलौह धातु, जिसमें बहुत या न के बराबर आयरन पाया जाता है।
यह प्रायः माइल्ड स्टील, कार्बन स्टील, स्टेनलैस स्टील, पीतल, तांबा और एलुमिनियम के बनाए जाते हैं। इन सभी प्रकार की धातुओं से बनाने का मुख्य उद्देश्य स्क्रू में भिन्न-भिन्न गुण विद्यमान करना होता है।
स्क्रू कितने प्रकार के होते हैं?
यह संरचना और उपयोग को ध्यान में रखकर आठ प्रकार के बनाए जाते हैं, इनके बारे में निम्न प्रकार से है-
सैट स्क्रू (Set Screw)
इनमें हैड नाम मात्र का होता है, इसकी पूरी शैंक में चूड़ियां बनी होती हैं, यह किसी मशीन या किसी अन्य स्थान पर उसके भाग को अपनी टेल (Tail) से पकड़ता है।
इनका उपयोग किसी भाग को उसकी कैविटी (Cavity) में एक निश्चित स्थान पर पकड़ने के लिए किया जाता है क्योंकि उस भाग में एक छोटा सा होल या ग्रूव बना होता है। जिसमें चूड़ियां बनी होती हैं, इसी में स्क्रू को टाइट किया जाता है। कुछ सैट स्क्रू मशीन की बॉडी में चले जाते हैं क्योंकि उसमें हैड नहीं बना होता है, जिनमें हैड होता है, यह दो प्रकार के होते हैं, जो कि निम्न प्रकार से हैं-
स्क्वायर सैट स्क्रू (Square Set Screw)
इनका भाग हैड वर्गाकार शेप का बना होता है, इनका उपयोग ऐसे स्थानों पर किया जाता है, जहां पर असेम्बली (Assembly) में बार-बार सैटिंग या डिसेम्बल करने की जरूरत होती है।
हैक्सागोनल सॉकेट सैट स्क्रू (Hexagonal Set Screw)
इनमें भाग हैड नहीं होता है, लेकिन अब आप कहोगे कि इसमें हेक्सॉगोनल नाम आपने क्यों यूज किया है, थोड़ा रूकिए मैं अभी क्लियर करता हूं।
यह पूरा शैंक भाग का बना होता है और पूरी बॉडी पर चूड़ियां बनी होती हैं। इसके एक सिरे पर प्वॉइंट बना होता है और दूसरे सिरे पर होल बना होता है, जो कि हैक्सॉगोनल शेप का बना होता है। यह साइज में छोटे साइज का होता है।
इनको उपयोग में लाते समय, जब कसा जाता है तब इनका प्वॉइंट धातु में फंस जाता है और यह बिना सरफेस को नुकसान पहुचाए कस जाता है।
इनका उपयोग कॉलर, पुली आदि को शाफ्ट (Shaft) के साथ बांधने के लिए किया जाता है। यह स्क्रू जब आप उपयोग में लाओगे, तो यह उपयोग होने वाले स्थान की बॉडी में पूरा चला जाता है। इसका कोई भी भाग बोल्ट के हैड की तरह बाहर नहीं निकला होता है।
हैड स्क्रू (Head Screw)
इस प्रकार के स्क्रुओं में बोल्ट (Bolt) के समान हैड बना होता है, यह हैड भी भिन्न-भिन्न शेप में बने होते हैं, कुछ के हैड में पेंचकस (Screwdriver) लगाने के लिए खांचा बना होता है और कुछ का हैड वर्गाकार व षट्भुजाकार बना होता है, जिसमें स्पैनर (Spanner) को लगाकर खोला या कसा जाता है।
यह दो प्रकारों में बांटा गया है, जिसमें से एक का नाम लाइट ड्यूटी असेम्बली में उपयोग होने वाले व दूसरे हैवी ड्यूटी असेम्बली में उपयोग होने वाले होते हैं, यह निम्न प्रकार से हैं-
लाइट ड्यूटी असेम्बली में उपयोग होने वाले हैड स्क्रू
इसमें चार प्रकार के हैड स्क्रू उपयोग में लाए जाते हैं, जो कि निम्न प्रकार से हैं-
पेन हैड स्क्रू (Pan Head Screw)
यह 10 मिमी व्यास के बने होते हैं, इनके हैड में एक स्लॉट बना होता है। इसके हैड के नीचे हल्का सा टेपर बना होता है। इसके शैंक के कुछ दूरी तक चूड़ियां बनी होती हैं।
इनको बनाने के लिए स्टील (Steel), स्टेनलेस स्टील, पीतल का उपयोग किया जाता है। कई बार इनको मजबती प्रदान करने व वातावरण के प्रभाव से बचाने के लिए जिंक (Zinc) की कोटिंग या क्रोम प्लेटिंग भी कर दी जाती है।
राउण्ड हैड स्क्रू (Round Head Screw)
इनके हैड की शेप अर्द्ध-गोलाकार होती है, इसके हैड के ऊपर पेंचकस से खोलने या कसने के लिए एक स्लॉट बना होता है। इनका उपयोग जॉब की सतह के ऊपर किया जाता है।
चीज हैड स्क्रू (Cheese Head Screw)
यह पेन हैड स्क्रू के समान होता है, इसके लिए काउण्टर बोरिंग (Counter Boring) की आवश्यकता होती है। इनका उपयोग जॉब की समतल सतह पर फिट करके रखने के लिए किया जाता है।
रैज्ड चीज हैड स्क्रू (Raised Head Screw)
इसका हैड दो प्रकार से बना होता है, इसका हैड पेन हैड के समान व इसके ऊपर कुछ भाग उभरा हुआ बना होता है। इसका भी उपयोग लाइट ड्यूटी असेम्बली में किया जाता है।
हैवी ड्यूटी असेम्बली में उपयोग होने वाले हैड स्क्रू
हैवी ड्यूटी असेम्बली में चार प्रकार के हैड स्क्रू उपयोग में लाए जाते हैं, जो कि निम्न प्रकार से हैं-
वर्गाकार हैड स्क्रू (Square Head Screw)
इसका हैड स्क्वायर शेप में बना होता है, इस हैड पर रिंच (Wrench) को लगाकर स्क्रू को टाइट किया जाता है, इनका उपयोग ऐसे स्थानों पर किया जाता है, जिस स्थान पर असेम्बली को बार-बार हटाने व दोबारा से फिट करने की जरूरत होती है।
हैक्सॉगोनल हैड स्क्रू (Hexagonal Head Screw)
इसके हैड की शेप षट्भुजाकार होती है, इसका उपयोग उस समय किया जाता है, जब इसका हैड असेम्बली में बाधा उत्पन्न नहीं करता है। इनको बनाने के लिए स्टील (Steel) या पीतल (Brass) के बनाए जाते हैं।
हैक्सॉगोनल सॉकेट हैड कैप स्क्रू (Hexagonal Socket Head Screw)
इसका हैड का बाहर से वृत्त के आकार का होता है और अंदर से षट्भुजाकार का होता है। इसका उपयोग ऐसे समय पर किया जाता है, जब इसको कसने के बाद हैड सरफेस से बाहर जरुरत नहीं होती है।
इसको खोलने या कसने के लिए, इसमें 'ऐलन की' का उपयोग किया जाता है, इसको इसको ऐलन स्क्रू (Allen Screw) भी कहा जाता है। यह भारतीय मानक (Indian Standard) के अनुसार 1.6 मिमी से 36 मिमी तक के व्यास में बनाए जाते हैं।
काउंटर संक हैड स्क्रू (Counter Sunk Head Screw)
इसका हैड शंक्वाकार बना होता है और इसको घुमाने के लिए पेंचकस (Screwdriver) का उपयोग किया जाता है। जिसको फंसाने के लिए हैड में स्लॉट कटा होता है।
ग्रब स्क्रू (Grub Screw)
इनका उपयोग हल्की पकड़ (Holding) के लिए किया जाता है। यह हार्ड स्टील (Hard Seel) से बनाए जाते हैं। यह प्वॉइंट के आधार पर विभिन्न प्रकार के होते हैं, जो कि निम्न प्रकार से हैं-
- फ्लैट सिरा
- कॉनिकल सिरा
- सिलेण्ड्रिकल डॉग प्वॉइंट
- टेपर्ड डॉग प्वॉइंट
- कप प्वॉइंट
- ओवल प्वॉइंट
इसके प्वॉइंट में चूड़ियां नहीं बनी होती हैं और शेष पूरे भाग में चूड़ियां बनी होती हैं। इसमें हैड नहीं बना होता है।
थम्ब स्क्रू (Thumb Screw)
इसका नाम तो आपने पहले सुना होगा या उपयोग भी बहुत बार किया होगा। जरा याद करो सोचों। आपने वर्नियर कैलिपर (Vernier Calliper) के बारे में पढ़ा होगा और उपयोग भी किया होगा।
उसमें यह एक महत्वपूर्ण भाग की भूमिका निभाता है। इसका उपयोग ऐसे स्थानों पर किया जाता है, जहां पर बार-बार शीघ्रता से खोलने या कसने की जरुरत होती है। इसका हैड वृत्ताकार शेप में बना होता है, जिस पर नर्लिंग (Knurling) की गई होती है।
कॉलर स्क्रू (Collar Screw)
इसका हैड वर्गाकार या षट्भुजाकार बना होता है, इसके हैड के नीचे एक वॉशर की शेप का हैड फोर्ज करके बना दिया जाता है।
जिसके कारण इस स्क्रू (Screw) की पकड़ मजबूत हो जाती है। इसमें अलग से वॉशर (Washer) को लगाने की आवश्यकता नहीं होती है।
यह आपको मार्केट में काफी महंगे मिलेंगे। महंगे होने के कारण इनका उपयोग किसी विशेष स्थान पर किया जाता है।
हैमर ड्राइव स्क्रू (Hammer Drive Screw)
इसकी शैंक पर मल्टी स्टार्ट चूड़ियां कटी होती हैं, इसमें हैड भी होता है। इनका उपयोग मुख्य रूप से पतली प्लेट जैसे- नेम प्लेट को कास्ट आयरन (Cast Iron) की बॉडी पर फिक्स करने के लिए किया जाता है।
शोल्डर स्क्रू (Shoulder Screw)
यह तीन भागों से मिलकर बना होता है, जिसमें से एक का नाम हैड व दूसरे का नाम शैंक होता है, इन दोनों के बीच का भाग शोल्डर (Shoulder) कहलाता है। यह प्लेन होता है। इसमें शैंक में चूड़ियां कटी होती हैं।
शोल्डर का व्यास शैंक के व्यास से काफी अधिक बड़ा होता है। इसका उपयोग स्थायी शाफ्ट के रूप में किया जाता है, जिस पर रोलर या कोई गियर पिनियन (Gear Pinion) घूम सकती है।
सैल्फ टैपिंग स्क्रू (Self Tapping Screw)
इनका उपयोग उस समय किया जाता है, जब असेम्बली में पतली अनुप्रस्थ काट वाली धातु की चादर उपयोग की जाती है, क्योंकि इसके द्वारा बने जोड़ कम्पनरोधी होते हैं। जिनको कई बार असेम्बल या डिसेम्बल करने की जरूरत होती है।
निष्कर्ष - आज की इस पोस्ट में हमने स्क्रू की परिभाषा, किस धातु के बनाए जाते हैं और यह कितने प्रकार के होते हैं? यह जाना है। यह बोल्ट (Bolt) के समान होते हैं, यह लौह और अलौह धातुओं को बनाने के लिए उपयोग किए जाते हैं। यह 8 प्रकार के होते हैं।
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