- मापन किसे कहते हैं परिभाषा
- मापन कितने प्रकार के होते हैं?
- मापन की इकाइयां
- मापन की कितनी विधियां होती हैं?
- मीट्रिक व ब्रिटिश प्रणाली में अंतर
वर्कशॉप में जॉब बनाते समय मापन की बहुत आवश्यकता होती है, एक ड्राइंग के अनुसार सही माप का जॉब बिना मापन के नहीं बना सकते हैं। इसको प्रयोग में लाने से ट्रेनी अपनी क्षमता के अनुसार सही टूलों (Tools) का उपयोग करके जॉब को सही साइज व आकार का बना देते हैं।
वर्कशॉप या अन्य स्थानों पर काम किसी भी प्रकार का क्यों न हो, उसको बनाने के लिए सबसे पहले माप का सवाल सबसे पहले उठता है। इसलिए एक ही साइज और आकार के जॉब को बनाने के लिए आवश्यक हो जाता है, उसे मापा जा सके। इस पोस्ट के माध्यम से आपको इसकी परिभाषा, प्रकार, इकाइयों व विधियों के बारे में जानकारी मिलेगी। यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़िए।
मापन किसे कहते हैं परिभाषा
वर्कशॉप या कंपनीज (Workshop or Companies) में विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स एक ड्राइंग के अनुसार बनाए जाते हैं। उस ड्राइंग में माप लंबाई, चौड़ाई, ऊंचाई व कोण आदि में दी गई होती है। इसलिए वर्कशॉप या कंपनीज में अधिकतर इन्हीं माप के अनुसार उत्पादन (Production) कार्य किया जाता है। किसी जॉब के आकार को मानक इकाई (Standard Unit) में निर्धारित करने को ही मापन (Measurement) कहते हैं।
मापन कितने प्रकार के होते हैं?
यह चार प्रकार के होते हैं जो कि निम्न प्रकार से हैं-
- रेखीय मापन
- कोणीय मापन
- त्रिज्य मापन
- समतल सतह की मापन
रेखीय मापन किसे कहते हैं?
ऐसी माप जो सीधी रेखा में मापी जाती है, उसे रेखीय मापन (Linear Measurement) कहते हैं। इस प्रकार की माप को स्टील रूल (Steel Rule), स्टील टेप, स्केल (Scale) वर्नियर कैलिपर व माइक्रोमीटर आदि से मापी जाती है।
कोणीय मापन किसे कहते हैं?
दो सीधी रेखाओं के आपस में काटने से बनने वाले कोण की माप को कोणीय मापन (Angular Measurement) कहते हैं। इस प्रकार की माप को प्रायः चांदा, ट्राई स्क्वायर (Try Square), बेवेल स्क्वायर, कॉम्बीनेशन सैट आदि मापी जाती है।
त्रिज्य मापन किसे कहते हैं?
किसी जॉब की गोलाई में माप लेने को त्रिज्य मापन (Radial Measurement) कहते हैं। इस प्रकार की माप प्रायः त्रिज्य गेज, प्लग गेज व रिंग गेज से ली जाती है।
समतल सतह मापन किसे कहते हैं?
इस प्रकार की माप में जॉब की समतलता को मापा जाता है। जॉब की समतल सतह की माप को मापने के लिए सर्फेस गेज, सर्फेस प्लेट, डायल टेस्ट इण्डीकेटर आदि का उपयोग किया जाता है।
मापन की इकाइयां
ऊपर दी गई सभी माप या मापन को मापने के लिए तीन प्रकार की मानक इकाई का उपयोग किया जाता है, जो कि निम्न प्रकार से हैं-
- MKS प्रणाली - इस प्रणाली में लंबाई को मीटर, द्रव्यमान को किग्रा व समय को सेकण्ड में मापा जाता है। इसको मीट्रिक प्रणाली के नाम से भी जाना जाता है।
- CGS प्रणाली - इस प्रणाली में लंबाई को सेमी, द्रव्यमान को ग्राम व समय को सेकण्ड में मापा जाता है।
- FPS प्रणाली - इस प्रणाली में लंबाई को फुट, द्रव्यमान को पाउण्ड व समय को सेकण्ड में मापा जाता है। इसको ब्रिटिश प्रणाली भी कहते हैं।
मापन की कितनी विधियां होती हैं?
वर्कशॉप या कंपनीज में विभिन्न प्रकार के उपकरणों का उपयोग किया जाता है, इन उपकरणों के द्वारा मुख्यत: तीन प्रकार की माप ली जा सकती है, जो कि निम्न प्रकार से है-
प्रत्यक्ष मापन किसे कहते हैं?
इस प्रकार के मापन में जॉब की माप सीधे ही स्टील रूल, माइक्रोमीटर, वर्नियर कैलिपर (Vernier caliper) व बेवेल प्रोट्रेक्टर आदि प्रत्यक्ष मापी उपकरणों के द्वारा मापी जाती हैं, इस तरह की माप लेने के लिए किसी सहायक टूल की जरूरत नहीं होती है।
अप्रत्यक्ष मापन किसे कहते हैं?
इसमें सबसे पहले अप्रत्यक्ष मापी टूल से माप ली जाती है, उसके बाद प्रत्यक्ष मापन उपकरणों का उपयोग किया जाता है। जैसे- कैलिपर (Caliper) आदि।
तुलनात्मक मापन किसे कहते हैं?
इस प्रकार की मापन में जॉब की माप, किसी मास्टर पीस की तुलना करके ली जाती है। जैसे- पहले से एक पीस मापन टूलों का उपयोग करके एक्युरेट बना लिया जाता है। उसके माप तैयार पीस को रफ पीस पर रखकर तुलना करके मापन किया जाता है।
मीट्रिक व ब्रिटिश प्रणाली में अंतर
मीट्रिक प्रणाली | ब्रिटिश प्रणाली |
इसमें लंबाई की इकाई मीटर होती है। | इसमें लंबाई की इकाई फुट होती है। |
इसमें द्रव्यमान की इकाई किग्रा होती है। | इसमें द्रव्यमान की इकाई पाउण्ड होती है। |
इसमें समय की इकाई सेकण्ड होती है। | इसमें समय की इकाई सेकण्ड होती है। |
इस प्रणाली में गणना करते समय गलतियां होने की कम संभावना रहती है। | इस प्रणाली में गणना करते समय गलतियां होने की अधिक संभावना रहती है। |
मीट्रिक प्रणाली ISO द्वारा प्रमाणित है। | ब्रिटिश प्रणाली ब्रिटिश अधीन देशों में ही सबसे अधिक प्रचलित है। |
यह प्रणाली अभी भी प्रचलित है। | इस प्रणाली का प्रचलन केवल नाममात्र है। |