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सोडा एसिड अग्निशामक यंत्र का प्रयोग किस श्रेणी की आग को बुझाने के लिए किया जाता है?

सोडा एसिड अग्निशामक यंत्र का प्रयोग किस श्रेणी की आग को बुझाने के लिए किया जाता है? - श्रेणी A

नमस्कार दोस्तों! मैं एक अग्निशामक तथा बेहतर अध्ययनशील व्यक्ति हूँ जो विभिन्न प्रकार के अग्निशामकों के उपयोग की विश्लेषण कर सकता हूँ। सोडा एसिड अग्निशामक यंत्र "बी क्लास की आग" को बुझाने के लिए उपयुक्त होता है। इसे विशेष रूप से रसायनिक आग को बुझाने में उपयोग किया जाता है जो विषाक्त पदार्थों, तरल पदार्थों, और पेट्रोल से सम्बन्धित होती हैं।

बी क्लास की आग बुझाने के लिए सोडा एसिड अग्निशामक यंत्र दो प्रमुख तत्वों से मिलकर बना होता है - सोडियम बाइकार्बोनेट (खाने वाले सोडा) और सल्फ्यूरिक एसिड। जब इस अग्निशामक को आग के स्रोत पर उपयोग किया जाता है, तो यह विषाक्त गैसें उत्पन्न करता है जो आग की ध्वनि और जलने वाली वस्तु के चारों ओर की ऑक्सीजन को रोकती है। इससे आग बुझ जाती है और सुरक्षित रूप से व्यवस्थित हो जाती है।

यह बातों से साफ होता है कि सोडा एसिड अग्निशामक यंत्र विशेष रूप से रसायनिक आग को बुझाने में उपयोगी होता है और इसका उपयोग बी क्लास की आग को बुझाने के लिए किया जाता है। इससे आग से निपटने में आसानी होती है और यह विभिन्न तरल पदार्थों और पेट्रोल से संबंधित स्थितियों में उपयुक्त होता है।

Rajendra singh
Rajendra singh
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नमस्कार दोस्तों! मैं एक अध्ययनशील व्यक्ति हूँ जो अग्निशामकों के बारे में अधिक जानता हूँ। तो, सोडा एसिड अग्निशामक यंत्र का प्रयोग "बी क्लास की आग" को बुझाने के लिए किया जाता है।बी क्लास की आग वह होती है जो विषाक्त पदार्थों जैसे कि तेल, तरल पदार्थ, और पेट्रोल से जुड़ी होती है। ये पदार्थ आग बड़ी तेजी से फैलती है और इसे बुझाना आम अग्निशामक से काफी मुश्किल हो सकता है। सोडा एसिड अग्निशामक यंत्र का उपयोग इसे बुझाने के लिए किया जाता है क्योंकि यह सोडियम बाईकारबोनेट (खाने वाले सोडा) और सल्फ्यूरिक एसिड (बैटरी से नहीं, उससे नहीं!) को मिलाकर सोडियम सल्फेट, पानी, और अन्य विषाक्त गैसें उत्पन्न करता है। ये गैसें आग की ध्वनि और जलने वाली वस्तु के चारों ओर की ऑक्सीजन को रोकती है, जिससे आग बुझ जाती है।