- आयरन किसे कहते हैं? | Iron kise kahate hain?
- आयरन कितने प्रकार के होते हैं? | Iron kitne prakar ke hote hain?
- आयरन के कुछ तथ्य
दोस्तों, आज की इस पोस्ट में "आयरन (Iron)" के बारे में बात करने वाले हैं। आपने मेरी पोस्ट या किसी अन्य पोस्ट को पढ़ा होगा। जहां पर आयरन शब्द का नाम आया होगा। इसमें परिभाषा, प्रकार आदि के बारे में बात करने वाला हूं।
यह एक धातु होता है, जो कि मैकेनिकल में मशीन (Machine) व उसके के अलग-अलग भागों को बनाने में किया जाता है। यह अंग्रेजी भाषा का शब्द है, इसको हिंदी भाषा में 'लोहा' कहते हैं।
यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो हमारे साथ बने रहिए। आपको इसके बारे में बुक में भी मिल जाएगा। लेकिन मैंने इस पोस्ट के माध्यम से आसान-से-आसान शब्दों में समझाने की पूरी कोशिश की है।
आयरन किसे कहते हैं? | Iron kise kahate hain?
आयरन (Iron) एक धातु है, जो कि प्राकृतिक रूप से पाया जाता है और पृथ्वी की खनिज संसाधनों में से एक है, यह तत्व अधिकतर धातुओं का मूल स्रोत है और यह पूरे विश्व में व्यापक रूप से प्रचुर मात्रा में उपस्थित है। इसकी उपस्थिति वस्तुओं को स्थायी और मजबूत बनाने में सहायता करती है, इसलिए इसका विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है।
मैकेनिकल की नजर से देखें तो आज का युग आयरन युग के नाम से जाना जाता है, हमारे मैकेनिकल व मानव बॉडी की ग्रोथ व मैनेजमेंट के लिए महत्वपूर्ण तत्व है। यह प्रकृति में अयस्क रूप में पाया जाता है।
आप लोग जितने भी साधन जैसे - ट्रैक्टर, कार, ट्रेन आदि को देख रहे हो वह सभी आयरन से बने होते हैं, लेकिन प्रत्येक के लिए अलग-अलग टाइप के आयरन को उपयोग में लाया गया है।
आयरन कितने प्रकार के होते हैं? | Iron kitne prakar ke hote hain?
यह चार प्रकार के होते हैं, जो कि निम्न प्रकार से हैं-
- कच्चा लोहा
- ढलवां लोहा
- पिटवां लोहा
- स्टील
दोस्तों, स्टील में भी आयरन की मात्रा अवश्य पाई जाती है, इसलिए इसको लौह धातुओं की श्रेणी में रखा गया है।
कच्चा लोहा किसे कहते हैं?
ऐसा आयरन, जिसमें भंगुरता का गुण सबसे अधिक होता है, उसे कच्चा लोहा (Pig Iron) कहते हैं।
इसमें सबसे कम गुणों का आयरन होता है, जिसको सीधे ही सामान्य कामों में उपयोग में नहीं लाया जा सकता है।
ऐसा इसलिए होता है, कि इसमें कार्बन (Carbon) बहुत अधिक मात्रा में उपस्थित होता है, इसमें कार्बन के अलावा बहुत सारी अशुद्धियां भी विद्यमान होती हैं।
ढलवां लोहा किसे कहते हैं?
ढलवां लोहा का उपयोग ढलाइयाँ (Casting) तैयार करने में किया जाता है, इसलिए इसको ढलवां लोहा (Cast Iron) कहते हैं। इसको कच्चा लोहा (Pig Iron) से तैयार किया जाता है। ढलवां लोहा में प्रायः 2% से 4% तक कार्बन पाया जाता है। यह कार्बन संयुक्त व स्वतंत्र दोनों अवस्थाओं में विद्यमान हो सकता है।
लेकिन इसके अलावा Cat Iron में सल्फर, फॉस्फोरस, सिलिकॉन व मैंगनीज भी बहुत कम मात्रा में भी उपस्थित रहते हैं। जिसमें से सिलिकॉन 0.8% से 3%, फास्फोरस 0.5%, गंधक 0.1% से 0.15% व मैंगनीज 0.5% से 0.15% तक उपस्थित होते हैं।
पिटवां लोहा किसे कहते हैं?
ऐसा लोहा, जिसमें 0.15 प्रतिशत कार्बन उपस्थित होता है, उसे पिटवां लोहा (Wrought Iron) कहते हैं। यह सबसे शुद्ध लोहा होता है। इसमें लगभग 99.8 प्रतिशत शुद्ध लोहा होता है।
इसमें कार्बन व अशुद्धियां बहुत कम मात्रा में होती हैं। इसलिए यह बहुत मुलायम होता है, जिसके कारण, इसको हाथ से आसानी से मोड़ा जा सकता है। इसका उत्पादन पुडलिंग भट्टी (Puddling Furnace) द्वारा कच्चे लोहे (Pig Iron) से किया जाता है। पिटवा लोहा का दूसरा नाम रॉट आयरन होता है।
स्टील किसे कहते हैं?
ऐसा लोहा, जिसमें 0.25% से 1.5% कार्बन की मात्रा उपस्थित होती है, उसको स्टील (Steel) कहा जाता है। प्रत्येक प्रकार के लोहे को कार्बन की उपस्थित प्रतिशत मात्रा के अनुसार ही कठोर किया जा सकता है।
स्टील की कठोरता कार्बन की मात्रा पर निर्भर रहती है। कास्ट आयरन (Cast Iron) में उपस्थित कार्बन की मात्रा को भट्टियों द्वारा ऑक्सीकारक पदार्थों के साथ कास्ट आयरन को गर्म करके कम कर दिया जाता है।
आयरन के कुछ तथ्य
- उपयोग - आयरन का प्रयोग विभिन्न क्षेत्रों में होता है, जैसे कि निर्माण, यांत्रिकी, उपकरण निर्माण, परिवहन, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि।
- लोहा - लोहा (Iron) एक प्रकार का आयरन है जिसमें कार्बन के अलावा कुछ अन्य आक्सीजन, सल्फर आदि के आधार पर मिश्रण होता है। आयरन उपकरण निर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स, जलवायु निर्माण, गहनों आदि के उद्देश्यों के लिए उपयोग होता है।
- आयरन विशेषज्ञता - आयरन का स्वरूप सामान्यत: बर्फ या फेरोमैग्नेटिक आयरन, आसानी से आकर्षित होता है।
- प्राकृतिक आयरन - प्राकृतिक आयरन प्राकृतिक खनिजों जैसे कि हेमेटाइट (Hematite) और मैगनेटाइट (Magnetite) में पाया जाता है।
- आयरन की प्रक्रिया - आयरन का उत्पादन लोहे के खण्डों को तापमान में गरम करके किया जाता है, जिससे यह पिघलकर उपयोगी आयरन मेटल के रूप में प्राप्त होता है।
- कृत्रिम आयरन - आयरन के विभिन्न गुणवत्ता और उपयोगों के लिए कृत्रिम आयरन (Cast Iron, Wrought Iron, Steel) का निर्माण किया जाता है।
आयरन धातु का मानव सभ्यता में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है, और यह विभिन्न उद्देश्यों में उपयोग होता है, जैसे - निर्माण, परिवहन, उपकरण निर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि।
निष्कर्ष - इस पोस्ट से आपने आयरन की परिभाषा जैसे कि मानव में पाया जाता है व कार, बाइक, ट्रेन जैसे मशीन को बनाने के लिए उपयोग में लाया जाता है, यह कच्चा लोहा, ढलवां लोहा, पिटवां लोहा, स्टील प्रकार का होता है। यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कमेंट करके बताएं।