स्केल (Scale) का नाम तो आपने क्लास 1 या 2 में ही सुना होगा और इसका अपना कामों में भी उपयोग किया होगा। क्लास 1 से लेकर 10 तक आपने अधिकतर लाइन खींचने में और टेक्स्ट के नीचे underline लाइन में किया है। लेकिन 6 से 10 या आगे के क्लास में Math के विषय में रेखागणित के टॉपिक में अधिकतर किया होगा। तो चलिए कुछ अधिक जानकारी के बारे में बात करते हैं।
स्केल किसे कहते हैं?
ऐसा मापक टूल (Measuring Tool), जिसका उपयोग आनुपातिक माप के लिए किया जाता है, उसे स्केल (Scale) कहते हैं।
इनका उपयोग विभिन्न स्थानों पर मकान या जमीन के नक्शे बनाने या किसी मशीन के भाग की ड्राइंग कागज या शीट पर बनाने के लिए किया जाता है। स्केल के द्वारा इन सभी की वास्तविक माप को किसी निश्चित माप के अनुसार कम या अधिक करना होता है। ऐसा इसलिए किया जाता है कि ड्राइंग एक कागज पर आ सके।
यदि आप नक्शा बना रहे हो और वहां पर रोड 1 किमी की है, तो आप 1 किमी का कागज तो नहीं लाओगे। एक छोटे-से पेज पर 1 किमी की दूरी को स्केल (Scale) की मदद से दिखा सकते हो और जिस व्यक्ति को ड्राइंग पढ़ना आता है वह उस पेज को देखकर पूरी जानकारी पढ़ लेगा।
आपको कुछ मानक Scale बाजार में मिल जाएंगे। लेकिन अधिक बड़े स्केल की जरूरत पड़ने पर आप बनवा सकते हो। इसका अधिकतर उपयोग ड्राफ्ट्समैन द्वारा ड्राइंग या मानचित्र को बनाने में किया जाता है।
स्केल की सुरक्षा सावधानियां
- इसको उपयोग करते समय पेंसिल से लाइन खींचने के बाद पेंसिल का ग्रेफाइट स्केल के किनारे पर लग जाता है, इसको कपड़े या IP से साफ करते रहना चाहिए।
- इसको किसी टूल (Tool) के साथ नहीं रखना चाहिए।
- परकार में लगी पेंसिल का उपयोग करते समय ध्यान रखना चाहिए कि उसका प्वाइंट स्केल से ही छूना चाहिए।
- इससे Scale पर स्क्रैच आ सकते हैं।